Firefox प्राइवेट ब्राउज़िंग मोड
अगर आप दूसरे लोगों के साथ कंप्यूटर साझा करते हैं या अगर आप चाहते हैं कि वेबसाइटें आपके बारे में कितना डेटा इकट्ठा करें इसकी एक सीमा हो, तो आप Firefox में प्राइवेट ब्राउज़िंग मोड इस्तेमाल कर सकते हैं। जब आप ऑनलाइन ब्राउज़ करते हैं, तो प्राइवेट ब्राउज़िंग आपके द्वारा छोड़े गए निशान यानी डिजिटल ट्रैक मिटा देती है — कल्पना करें कि ये छोड़े गए निशान वैसे ही हैं, जैसे जंगल में घूमते समय आपके पैरों के निशान।
प्राइवेट ब्राउज़िंग में क्या होता है?
प्राइवेट ब्राउज़िंग मोड एक नई ब्राउज़र विंडो खोलता है। जब आप आखिरी प्राइवेट ब्राउज़िंग विंडो बंद करते हैं, तो आपकी ब्राउज़िंग हिस्ट्री और आपके द्वारा देखी गई वेबसाइटों वाली सारी ट्रैकिंग कुकीज़ मिटा दी जाती हैं। Firefox विशेषज्ञ सलाह: जब आपका काम पूरा हो जाए तो अपनी सारी प्राइवेट ब्राउज़िंग विंडो बंद करना न भूलें!
प्राइवेट ब्राउज़िंग में क्या नहीं हो पाता है?
प्राइवेट ब्राउज़िंग मोड आपके द्वारा प्राइवेट ब्राउज़िंग विंडो से बनाए गए किसी भी नए बुकमार्क को नहीं हटाएगा, या आपको मैलवेयर या वायरस से नहीं बचाएगा। यह आपके द्वारा देखी जाने वाली वेबसाइटों को यह देखने से नहीं रोक पाता है कि आप भौतिक रूप से किस जगह पर हैं या आपके इंटरनेट सेवा प्रदाता को आप जो करते हैं उसे लॉग करने से नहीं रोक पाता है। इसके लिए आपको एक भरोसेमंद VPN सेवा की आवश्यकता है।
Chrome के इनकॉग्निटो मोड यानी गुप्त मोड के साथ Firefox की प्राइवेट ब्राउज़िंग की तुलना करें।